Friday 26 July 2019

दिल की बात

माता पिता पर आधारित
नमस्कार साथियो,  मेरा नाम बलवीर है और मै एक सैनिक हूं। आज अपने जीवन के अनमोल रत्न,  मतलव माता पिता के विषय पर आप सबसे दिल की बात करना चाहता हूं। 

हमारे बुजुर्ग लोग कहते है ं कि प्यार का पता तब चलता है जब हम किसी से दूर रहें और यह बात हम सैनिकों से ज्यादा बेहतर कोई नही जान सकता। जिन लोगों के सिर पर माता पिता का साया नही होता वो लोग सारा जीवन उस प्यार का अनुभव नही कर पाते। 
और  जिनके पास यह अनमोल रत्न है ं उनसे निवेदन है कि वह लोग उनको सम्भाल कर रखिए।  मै आज यह बात इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि कुछ साल पहले मै आसाम मे था,  वहां एक बूढ़ी महिला और साथ मे उनका पति,  वो दोनो हमे सड़क के किनारे मिले,  पूछने पर पता चला कि विहार की तरफ के थे। हमने उनको गाड़ी मे बैठा लिया और कैम्प मे ले आए, उनके चार बेटे और एक बेटी थी,  फिर भी उनको किसी ने सहारा नही दिया। हमने उनको खाना खिलाया और फिर हमारे कुछ साथी उनको अनाथ आश्रम मे छोड़ आए। 
आज यह लेख के माध्यम से आप सबसे निवेदन करुंगा कि कभी भी अपने माता पिता को परिवार से अलग नही करेंगे। और इस सैनिक का लेख और दो लोगों को बताएंगे और उनको बोलना कि आप आगे दो लोगों को बताइए। 
ऐसे मेरे दिल की बात सब तक जाएगी।  जय हिन्द। 

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